प्रियतम मेरे तुम भी लिखना क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है। प्रियतम मेरे तुम भी लिखना क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है।
वापस गिरकर बार-बार लगातार चलना है, बस आज मुझे शायर बनाना है... वापस गिरकर बार-बार लगातार चलना है, बस आज मुझे शायर बनाना है...
बिछड़ के तुमसे मिलना है मिट के फिर हमें बनना है बिछड़ के तुमसे मिलना है मिट के फिर हमें बनना है
मिट के फिर हमें बनना है मिट के फिर हमें बनना है
हमारे शास्त्रों ने भी कहा है जान है तो जहान है। हमारे शास्त्रों ने भी कहा है जान है तो जहान है।
एक साथी बन कर अवश्य आएंगे। एक साथी बन कर अवश्य आएंगे।